ग़ज़ल ग़ज़ल मुक़म्मल कैसे लिखूँ कहने को हर बंदा खुदा का, उसको छल-बल कैसे लिखूँ !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » अगस्त 23, 2019 1:29 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल चल आज वो गिले, वो शिकवे, बेकार का हर किस्सा छोड़ते है !! चल आज इस दिल का दिल से नया रिश्ता जोड़ते है !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » अगस्त 12, 2019 2:19 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल इतिहास खुद से लिखना होगा कब तक कोसोगे! कीचड़ उछालने वालो को, कमल सा उसमें खिलना होगा !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » मई 11, 2019 6:49 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल संग गुजरी यादों को संग गुज़री यादों को अब भुलाया नहीं जाता, दिल में जगे जज़्बातों को अब सुलाया नहीं जाता !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » अप्रैल 21, 2018 2:22 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल रूठ जाना सा लगता है किसी की बेशुमार हसरत रखना, अब तो, दिल का टूट जाना सा लगता है !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » मार्च 20, 2018 2:21 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल आखिर वो शायर टूट गया वो कलम टूट गया, वो शायर रूठ गया, अपने ही एक रूप में, एक शायर डूब गया !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » दिसम्बर 1, 2017 4:08 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल जरूरत नहीं मुझे किसी की परवाह की जरुरत नहीं, खुश हूँ किसी की वाह की जरुरत नहीं !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » जुलाई 23, 2017 1:33 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल प्रीत के गीत मैं गाता हूँ खजुराहो की मूरत हो, मेरी साँसों की जरूरत हो !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » जून 1, 2017 12:21 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल आओ तो सही ज़िन्दगी में नहीं, ख्वाबो में आओ तो सही, वजह नहीं है, पर मुस्कुराओ तो सही !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » मई 23, 2017 3:37 पूर्वाह्न 1 टिप्पणी
ग़ज़ल इतना प्यार करती है माँ हर वक़्त बच्चो का इंतज़ार करती है माँ, खुदा भी नहीं वाकिफ इतना प्यार करती है माँ !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » मई 21, 2017 3:23 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं