ग़ज़ल वो कलम टूट गया, वो शायर रूठ गया, अपने ही एक रूप में, एक शायर डूब गया !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » दिसम्बर 1, 2017 4:08 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं