शायरी उन्हें इश्क़ होता भी तो कैसे, अपने ना झूठे वादें थे ना झाँसे !! उन्हें आखिर रोकता भी तो कैसे, जिस्म के हम ना भूखे थे ना प्यासे !! Read More » अगस्त 18, 2019 8:10 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं