शायरी बिमारी का किस्सा क्या शुरू हुआ, घर में सब अपना-अपना दुःख बताने लगे !! “कल फिर जाना है दो वक़्त की रोटी कमाने” सोचकर ये पिता जी अपना ज़ख्म छुपाने लगे !! Read More » अक्टूबर 10, 2019 4:16 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं