शायरी मिले कई दफ़ा पहले भी हम, पर आज बात थोड़ी अजीब है !! मृगतृष्णा निकला वो तो बस, सोचा जो समंदर मेरे करीब है !! Read More » नवम्बर 20, 2019 2:13 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर संग खरपतवार कुछ फूल उखड़ गए, न चाहते हुए भी वो कुछ यूँ बिछड़ गए !! Read More » नवम्बर 20, 2019 1:58 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर मालूम नहीं क्या कुछ सँवर रहा है, हाँ! इतना ज़रूर है कि वक़्त गुज़र रहा है !! Read More » नवम्बर 20, 2019 1:19 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं