शायरी आज़ाद था हर परिंदा मगर, कुछ बातें यूँ थमी रह गई !! जैसे बीत गई हो बरसात मगर, आँखों में कुछ नमी रह गई !! Read More » नवम्बर 29, 2019 3:39 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर कब कहा मैंने कि तुम गलत हो, पर हाँ ! मेरे लिए तुम सबक हो !! Read More » नवम्बर 29, 2019 2:17 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं