शेर ‘झूठ’ की रफ़्तार कुछ यूँ भी तेज़ है, ‘सच’ को बिन ‘प्रमाण’ चलने से परहेज़ है !! Read More » अप्रैल 13, 2020 8:42 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर दुनिया से क्यों रूठे से लगते हों, अंदर से जनाब टूटे से लगते हों !! Read More » अप्रैल 13, 2020 8:22 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं