अपने फायदा और नुकसान के
हिसाब से रिश्ते बनाते और बिगाड़ते हो,
मोहब्बत में वासना, यारी में लालच,
तुम लोगो पर हावी रहता हैं,
शायद इसलिए तुम लोगो का
मन इतना मैला रहता हैं !!
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परिंदे साफ आसमां देख रहे हैं,
हरी भरी डालियों पर चहक रहे हैं !!
प्रकृति के बच्चों का सम्मान हुआ हैं,
देश में मेरे लॉकडाउन हुआ हैं !!
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बेटी जिस दिन पिता के घर जन्म लेती है,
घर में लक्ष्मी का वास कर देती है !!
हाँ जनाब ये नारी पिता पे बोझ नहीं,
ये तो खुशियों से उनकी झोली भर देती है !!
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परित्यक्त प्रेम का अभिलाषी बन कर,
कौन जिए,
कब तक बैठोगी, मृगनयनी एकांत को,
मन में, मौन लिए,
कॉलेज क्लास खत्म करके,
तुम्हारा यूँ, घर ना जाना,
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