देखा नहीं अपना भी साया अंधेरे में कभी,
पर देखा है साथ हमेशा एक यार होता है !!
…
पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे!
Archive for date: मई 3rd, 2020
मेरी कोशिश ज़िन्दगी से कहाँ हारी हैं,
जो ना मिल पाया उसकी तलाश जारी हैं !!
घड़ियाँ तो खरीद लोगे,
वक़्त कहाँ से लाओगे?
रोशनी तो बना ली हैं,
क्या धूप बना पाओगे?
किताबों की मंडी लगी हैं,
अक्ल कहाँ से लाओगे?
पंखे,कूलर तो बना लिए,
क्या हवा बना पाओगे?
…
पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे!
मैं पढ़ पढ़ कर शायद अनपढ़ हो रहा था,
बिना समझे ना जाने क्या समझा रहा था !!
किताबों का हर पन्ना सूख कर पीला पड़ रहा था,
किसी कोने में पड़े हर अक्षर पर धूल चढ़ रहा था !!
शहर में धर्म पर खुलेआम शोर हो रहा था,
असल में धर्म किताबों में बंद रो रहा था !!
…
पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे!
जगें हैं रात-रात भर किसी से बात करने के इंतज़ार में,
अब दोबारा ऐसे किसी के लिए जगना इतना आसान तो नहीं !!
आइने से ज्यादा सच्चा कोई दोस्त नहीं,
मैं रोता हूँ तो ये भी रो पड़ता है !!
जीने की कोशिश तो करो,
जीने की वजह हजारों मिलेंगी !!