शायरी फिर लगेंगे खुशियों के मेले, दौड़ेंगी फिर से ये ठहरी हुई सड़कें, फिर से घूमेंगे हम-तुम, लिए हाथों में हाथ अपनी पसंद के शहरों में !! … पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे! Read More » मई 8, 2020 10:41 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं