मई 11, 2020

Wo Chaanv Ped Ki Jaise Koi Maa Bacche Ko - Maa Hindi Shayari
शेर
RajatRoopa

वो छाँव पेड़ की धूप में भी नरमी का एहसास देती है,
जैसे कोई माँ बच्चे को अपने आँचल से ढाँक लेती है !!

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Gareeb Ki Jaan Desh Me Bikti Mili Hain - Labour Died In Aurangabad Hindi Shayari
शायरी
Lokesh Gautam(Keshav)

मौत के बाद खामोशी पसरी मिली हैं।
रोटियां पटरियों पर बिखरी मिली हैं।
दाम देकर सरकारें निर्दोष हो गई हैं,
गरीब की जान देश में बिकती मिली हैं।

मजदूर को उसके घर पहुंचाना ही पड़ेगा,
चुनाव वाले वादों को निभाना ही पड़ेगा,
देश की रीढ़ की हड्डी है हमारे ये मजदूर,
हर एक की जान को बचाना ही पड़ेगा।

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