शायरी मेरी इस शक्ल के पीछे, दबे कई चेहरे हैं, मुस्कान के नीचे दफन, कई राज गहरे हैं !! नहीं डरता मैं इन अंधेरे गलियारों से यारों, क्योंकि इनके सुराखो में छिपे कई सवेरे हैं !! Read More » जून 18, 2020 12:36 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर दिन ढ़ले जब बात नहीं होती, सच कहें तब रात नहीं होती !! Read More » जून 18, 2020 12:13 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं