शायरी निराशा का ये मंज़र और गम के काले बादल जल्द छट जाएंगे !! तू बढ़ता रह मंज़िल की ओर हर कदम फ़ासले घट जाएंगे !! Read More » जुलाई 5, 2020 2:34 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं