मेरा उसने और उसका मैंने,
अभी भी बहुत कुछ सम्भाल रखा है !!
कुछ इस तरह हम दोनों ने एक-दूसरे को,
आधा-आधा बाँट रखा है !!
Author Archive for: Mr. Aman_Shaayar
My All Posts
उस खुदा ने मुझे सब कुछ दिया है,
जो भी दिया है बेशुमार दिया है !!
मेरा व्यवहार ही मेरी पहचान है,
गणित के शून्य जैसा मेरा मान है !!
जो भी मुझसे जुड़ता है उसका मान बढ़ जाता है,
हर शख्स़ उससे इज्ज़त से पेश आता है !!
सदियों से जो राज़ दफ़न है,
तुम कहो तो तुम्हें बतलाऊँ क्या?
तुम क्या चाहतें हो!
मैं तुम्हारे इश्क़ में,
फ़िर से बर्बाद हो जाऊँ क्या?
अपने जिगर में दम रखता हूँ,
लहज़ा नरम रखता हूँ !!
तूफ़ानों का भी रुख मोड़ दूँ,
मैं वो अपने अंदर हुनर रखता हूँ !!
ए-ज़िन्दगी! अपनी सारी मुसीबतों को,
मैनें गले से लगा लिया !!
तेरे दिए हुए सारे ज़ख्मों को,
अपनी एक हँसी में छुपा लिया !!
उसने भी अपने चेहरे पर मुखौटा लगाया था,
जितना मेरे लिए ज़रुरी था उतना ही दिखाया था !!
मैं तो इश्क़ में नादान था,
तेरी बेवफाईयों से अनजान था !!
…
पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे!
इंसानियत का मसला ये है,
दौलत और शोहरत का माजरा ये है !!
जिसको दिया है वो इसके नशे में चूर हैं,
और जिसके पास नहीं हैं,
आज वो सड़कों पर सोने के लिए मजबूर हैं !!
जान की सलामती ने हमें कैदी बना दिया,
देखकर इंसानों का ये हाल !
ना जाने कितने पंछियों ने अपना
घोंसला जला दिया !!