उस खुदा ने मुझे सब कुछ दिया है,
जो भी दिया है बेशुमार दिया है !!
मेरा व्यवहार ही मेरी पहचान है,
गणित के शून्य जैसा मेरा मान है !!
जो भी मुझसे जुड़ता है उसका मान बढ़ जाता है,
हर शख्स़ उससे इज्ज़त से पेश आता है !!
उसने भी अपने चेहरे पर मुखौटा लगाया था,
जितना मेरे लिए ज़रुरी था उतना ही दिखाया था !!
मैं तो इश्क़ में नादान था,
तेरी बेवफाईयों से अनजान था !!
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इंसानियत का मसला ये है,
दौलत और शोहरत का माजरा ये है !!
जिसको दिया है वो इसके नशे में चूर हैं,
और जिसके पास नहीं हैं,
आज वो सड़कों पर सोने के लिए मजबूर हैं !!