शायरी ज़िन्दगी मझधार है, हम फ़िर भी जीए जा रहे हैं । महज़ तेरी याद से, ग़म-दर्द सीए जा रहे हैं । ज़िन्दगी मझधार है ! तुम्हें मुसर्रत हो मुबारक, जफ़ा की सौगात में । हम तो समंदर पीर का, मयकदों में पीए जा रहे हैं । … पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे! Read More » जून 9, 2021 4:39 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शायरी लंकेश्वर त्रिलोकपति का जहाँ न टिक पाया हो डेरा, जब भारतवर्ष के रघुनायक ने उसको रणभूमि में घेरा !! क्या तेरा वजूद कोरोना, तू तो महज़ मकोड़ा है, तेरा भी विध्वंस करे जो ऐसा भारत देश है मेरा !! Read More » अप्रैल 19, 2020 4:48 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल संग गुज़री यादों को अब भुलाया नहीं जाता, दिल में जगे जज़्बातों को अब सुलाया नहीं जाता !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » अप्रैल 21, 2018 2:22 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
ग़ज़ल किसी की बेशुमार हसरत रखना, अब तो, दिल का टूट जाना सा लगता है !! … पूरी गज़ल के लिए क्लिक करे! Read More » मार्च 20, 2018 2:21 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं