वक़्त ऐसा आया कि
सिर से छत छीन ली गई !!
बच्चे हमारे भूखे है
इन सरकारों से
दो वक़्त की रोटी तक ना दी गई !!
आज दिल वापस
गाँव जाने को जरूर है साहिब !!
हम मजदूर है साहिब !!
किस्मत के आगे मजबूर है साहिब !!
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Author Archive for: Sukhbir Singh Alagh
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शायरी
शायरी
टूटे पत्ते किसी टहनी के,
कभी दोबारा जुड़ा नहीं करते !!
अलविदा कर देते है जो इस संसार को,
वो कभी दोबारा मुड़ा नहीं करते !!
अरे! कहते है सभी को जाना है एक दिन,
पर जो दिल जीत लेते है,
वो कभी लोगो के दिलों में मरा नहीं करते !!
मई 1, 2020
8:18 अपराह्न
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शायरी
ठहर जा, कुछ पल ए-ज़िन्दगी,
क्यों, इतनी तेजी से गुज़र रही है !!
लम्हा-लम्हा, हर घड़ी,
बीती यादों में, बदल रही है !!
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अप्रैल 30, 2020
11:21 अपराह्न
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शायरी
आज का हर इंसान,
डरा डरा सा है !!
कैद अपने ही घर में,
सहमा सहमा सा है !!
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अप्रैल 16, 2020
9:39 अपराह्न
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लेख
कोरोना वायरस के कारण केवल भारत ही नहीं बल्कि सारे संसार की हालत चिंताजनक है। ज्यादातर देशो में लाकडाउन लगा हुआ है ताकि लोग घरो से बाहर ना निकले और एक दूसरे से ना मिले जिससे कि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
अप्रैल 14, 2020
5:04 अपराह्न
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