चाहा था जिसे, चाहते है जिसे,
कुछ एहसास थे, वो उन्हें याद नहीं !!
बेकार है हम, झूठे है हम,
कुछ तो याद है इन्हें, चलो इतना याद सही !!
Author Archive for: NiVo (Nitin Verma)
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शायरी
ग़ज़ल
वो गिले, वो शिकवे, बेकार का हर किस्सा छोड़ते है !!
चल आज इस दिल का दिल से नया रिश्ता जोड़ते है !!
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अगस्त 12, 2019
2:19 पूर्वाह्न
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शायरी
वक़्त बे वक़्त शाम भी होगी,
ज़ुल्फ़ों को चहेरे पर ज़रा बिखराओ तो !!
अधूरी चाहते तमाम भी होगी,
अपने लबों को ज़रा नज़दीक लाओ तो !!
अगस्त 9, 2019
12:59 अपराह्न
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शायरी
दिखता नहीं चेहरा पूरा बस,
मोबाइल और नज़रे नज़र आती हैं !!
वो शीशे के सामने वाली सेल्फ़ी,
अक्सर दिल में हलचल कर जाती है !!
अगस्त 9, 2019
12:48 अपराह्न
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शेर
अब बारूद नहीं, घर में अनाज होगा !!
हर माँ को अपने बच्चों पर नाज होगा !!
अगस्त 7, 2019
2:23 अपराह्न
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ग़ज़ल
कब तक कोसोगे! कीचड़ उछालने वालो को,
कमल सा उसमें खिलना होगा !!
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मई 11, 2019
6:49 अपराह्न
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