शायरी साबुन की रेल गाड़ी, कमाल का जादुई बिछोना था !! गज़ब का था वो बचपन, जब हर ख्वाब का एक खिलौना था !! Read More » फ़रवरी 21, 2020 2:41 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शायरी हर बार हिचकियाँ आए ये जरूरी तो नही, लेकिन तह दिल से तुम्हे याद करते है !! जान न ले ले कहीं ये हिचकियाँ तुम्हारी, न आने की भी हम ही फरियाद करते है !! Read More » फ़रवरी 21, 2020 1:57 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं