उस प्यार का मज़ा ही क्या जो दर्द न दे,
ख़ुशी तो बचपन की झूठी जीत में भी मिल जाती थी !!
Archive for category: शेर
शेर
शेर
डूब जाने को पास हमारे भी इक दरिया-ए-मुहब्बत था,
ख़ामख़ा हम ही इश्क़ में किनारो पे सब कुछ गवा बैठे !!
जुलाई 24, 2021
6:00 अपराह्न
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शेर
ज़रूरी नहीं मिले विचार तुम्हारे सभी से यहाँ,
तुम्हीं बताओं आसमाँ मिले ज़मीं से कहाँ ?
जुलाई 24, 2021
4:57 अपराह्न
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शेर
नहीं ऐसी कोई ख्वाइश कि बीते कल मिल जाए,
बस दिन ढलने के बाद फ़ुर्सत के दो पल मिल जाए !!
जून 9, 2021
4:54 अपराह्न
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शेर
चाहते हम भी है देना वफ़ा ताउम्र मुहब्बत में तुझको,
पर ये इश्क़ औऱ मुफलिसी कम्बख्त साथ नही रहते !!
जून 9, 2021
4:10 अपराह्न
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शेर
तेरी मेरी जोड़ी, शायर और गजल सी हैं,
कोरा कागज़ हूँ मैं, तू चलती कलम सी हैं !!
अगस्त 26, 2020
7:01 अपराह्न
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शेर
कुछ देर सफ़र में हम क्या रुके,
लोग हाथ छुड़ा कर चलने लगे !!
अगस्त 19, 2020
2:15 अपराह्न
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शेर
उनके सपने, उनके अरमान एक पल में डूब जाते है,
जिनके अपने, जिनके मकान एक पल में डूब जाते है !!
जुलाई 30, 2020
6:36 अपराह्न
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शेर
दृढ़ निश्चय और निरंतर हरेक प्रयास था,
ज़मीं से आसमां जीतना बेहद खास था !!
जुलाई 27, 2020
7:23 अपराह्न
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शेर
आलस कर और गवा दे उसे,
या मेहनत कर और पा ले उसे !!
जुलाई 13, 2020
2:00 पूर्वाह्न
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