शेर तेरी हुस्न-ए-तारीफ़, जो हम किया करते है, तेरी सूरत पर नहीं, तेरी सीरत पर किया करते है !! Read More » मार्च 29, 2018 1:49 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर कुछ लोग कल मिले थे कुछ पल के लिए, फिर कल चल दिए, हर पल के लिए !! Read More » फ़रवरी 9, 2018 2:43 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर आँखों में बस्ती है जो, वो आज भी तेरी सूरत है !! बस एक तेरी रूह है जो, खुदा से भी खूबसूरत है !! Read More » सितम्बर 8, 2017 3:58 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं