Archive for category: शेर

शेर

हम उनके अश्क अपनी पलकों पर रखते रहे,
और वो हर मौड़ पर हमकों परखते रहे !!
सितम्बर 25, 2019
2:53 अपराह्न
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शेर

अभी उसका जन्मदिन भूले है,
एक दिन उसे भी भूल जाएँगे !!
सितम्बर 18, 2019
4:07 अपराह्न
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शेर

हिंदी से मेरी शायरी वैसे निखर गई,
जैसे एक बिंदी से कोई दुल्हन सँवर गई !!
सितम्बर 14, 2019
3:11 अपराह्न
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शेर

रात – रात भर जिसका फिक्र करता रहा,
वो कमबख्त किसी और का ज़िक्र करता रहा !!
सितम्बर 11, 2019
7:10 अपराह्न
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शेर

गुज़रा तेरे करीब से जब,
इत्र सा बन मैं महक उठा !!
अगस्त 28, 2019
9:21 अपराह्न
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शेर

खुशी है तो अच्छा बेरंग भी !!
गम है तो फीका हर रंग भी !!
अगस्त 16, 2019
9:12 अपराह्न
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शेर

अब बारूद नहीं, घर में अनाज होगा !!
हर माँ को अपने बच्चों पर नाज होगा !!
अगस्त 7, 2019
2:23 अपराह्न
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शेर

वो भी क्या दिलकश नज़ारा था,
सिगरेट उनकी और कश हमारा था !!
अप्रैल 19, 2019
4:48 पूर्वाह्न
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शेर

मैं बाहें खोलूँ अंगड़ाई में,
और काश तुम सीने से आकर लग जाओ !!
अप्रैल 19, 2019
4:26 पूर्वाह्न
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