कोरोना वायरस के कारण केवल भारत ही नहीं बल्कि सारे संसार की हालत चिंताजनक है। ज्यादातर देशो में लाकडाउन लगा हुआ है ताकि लोग घरो से बाहर ना निकले और एक दूसरे से ना मिले जिससे कि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
रविवार का दिन था, अपने कॉलेज का काम करने में पूरा दिन व्यस्त रहा। काम करते करते वक़्त कैसे गुजरता गया कुछ पता ही नहीं चला। शाम हो चुकी थी, जब मैंने आख़री पाठ पड़ा। जैसे ही अपनी पुस्तकें समेट कर रखी तभी बड़े भैया का..
हम दुनिया की सभी कलमो का प्रयोग करें तो भी उनमें इतनी सामर्थ्य नहीं जो “माँ” के प्यार , भावना और स्नेह को व्यक्त कर सके , तो भला “माँ” के लिए कुछ कर पाना तो बहुत दूर की बात है। एक माँ ही ऐसी होती है जो…