शायरी जो हुई खता चलो! सब गुनाह हम एतराफ़ करते है, इक धूल है जो गलतफ़हमी की आओ! इसे भी साफ़ करते है !! Read More » जुलाई 16, 2020 11:06 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं