शायरी टूट कर बिखरा जो मैं, साथ चलने में उनको घाटा नज़र आया !! बिखरी तो गुलाब की पंखुड़ियां भी थी, पर उनको तो बस काँटा नज़र आया !! Read More » सितम्बर 13, 2019 8:09 अपराह्न 1 टिप्पणी