शेर जज़्बे से अपने जब तू परिचित होगा, विशाल पर्वत भी तेरे आगे किंचित होगा !! Read More » जनवरी 19, 2020 1:02 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शायरी नाप लिए हैं कुछ और जर्रे बेशक, पर अभी तो पूरा आसमान बाकी है !! वो सोचते हैं कि थक गया है परिंदा, पर अभी तो असली उड़ान बाकी है !! Read More » जनवरी 19, 2020 12:49 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं