शायरी उलझा हुआ कोई धागा सा हूँ, तू छूकर मुझे रेशम बना दे ना !! इधर-उधर भटकता जैसे कोई परिंदा सा, तू पास बुलाकर मरहम लगा दे ना !! Read More » जनवरी 27, 2022 2:40 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर कुछ देर सफ़र में हम क्या रुके, लोग हाथ छुड़ा कर चलने लगे !! Read More » अगस्त 19, 2020 2:15 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर दिन ढ़ले जब बात नहीं होती, सच कहें तब रात नहीं होती !! Read More » जून 18, 2020 12:13 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर जगें हैं रात-रात भर किसी से बात करने के इंतज़ार में, अब दोबारा ऐसे किसी के लिए जगना इतना आसान तो नहीं !! Read More » मई 3, 2020 2:56 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर पास होकर भी न जाने क्यूँ दूर से लगते हो, कभी कभी मुझे तुम अजनबी से लगते हो !! Read More » मई 1, 2020 9:43 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर याद रखना रुख़सत बेफ़वा नहीं, बेवफ़ा होती तो रुख़सत न होती !! Read More » अप्रैल 22, 2020 10:00 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर उस दिन आँखों में काजल लगा कर ना आई थी वो, समझ गया था मैं कि कोई कयामत संग लाई थी वो !! Read More » अप्रैल 11, 2020 8:51 अपराह्न 1 टिप्पणी
शेर होती न फिक्र अगर इन्हें भी अपनों की, ये लहरें भी किनारों पर ठहर जाती !! Read More » जनवरी 16, 2020 8:23 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर एक दफा मिलकर फिर वो ऐसे मिले, जैसे पानी बनकर अश्क निगाहों में मिले !! Read More » दिसम्बर 1, 2019 4:58 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर कब कहा मैंने कि तुम गलत हो, पर हाँ ! मेरे लिए तुम सबक हो !! Read More » नवम्बर 29, 2019 2:17 पूर्वाह्न कोई टिप्पणी नहीं