शायरी वाकिफ हूँ दूरी से, इस मजबूरी से, तुम मेरी जिंदगानी बनकर आना !! चल सकूं मैं संग तुम्हारे, तुम एक ऐसी रवानी बनकर आना !! Read More » सितम्बर 16, 2019 7:39 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं