मैं नहीं मानता इंसानों द्वारा बनाए,
किसी दकियानूसी रीति रिवाज को,
धर्म के नाम पर विभाजित तेरे
इस समाज को,
ना मैं पत्थर पूजू, ना ही कब्र में दफन इंसान को,
नकारता हूँ किसी सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापी
इंसान के होने के अस्तित्व को,
जी हाँ मैं नास्तिक हूँ !!
…
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