शायरी सुनाई देते है कई अलफ़ाज़ मगर, अपनों सी उनमें बात नहीं होती !! होती नहीं जिस पल मौजूदगी तुम्हारी, उस पल हसीन मुलाकात नहीं होती !! Read More » जून 9, 2021 5:23 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर नहीं ऐसी कोई ख्वाइश कि बीते कल मिल जाए, बस दिन ढलने के बाद फ़ुर्सत के दो पल मिल जाए !! Read More » जून 9, 2021 4:54 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शायरी ज़िन्दगी मझधार है, हम फ़िर भी जीए जा रहे हैं । महज़ तेरी याद से, ग़म-दर्द सीए जा रहे हैं । ज़िन्दगी मझधार है ! तुम्हें मुसर्रत हो मुबारक, जफ़ा की सौगात में । हम तो समंदर पीर का, मयकदों में पीए जा रहे हैं । … पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे! Read More » जून 9, 2021 4:39 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शेर चाहते हम भी है देना वफ़ा ताउम्र मुहब्बत में तुझको, पर ये इश्क़ औऱ मुफलिसी कम्बख्त साथ नही रहते !! Read More » जून 9, 2021 4:10 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं