रेशमी डोर से बंधी ये ज़िन्दगी मेहमान सी है,
इक चिराग़ बिन सल्तनत पूरी वीरान सी है !!
गर मैं मुस्कुराऊँ खुशी में या अपने गम में कभी,
तो कह दें कोई कि मुस्कान मेरी इरफान सी है !!
सिनेमा ने बेहतरीन अदाकार खोया हैं,
रंगमंच का दुलारा कलाकार खोया हैं !!
बड़ी आँखों से बहुत कुछ कह देने वाला,
हिन्दुस्तान ने अजीज़ इरफान खोया है !!
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