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Girish Ram Aryah posted an update 5 years ago
तेरे ज़ुल्फ़ों के तले हो जाए शाम तो क्या हो,
अगर तुझसे होकर न गुज़रे तो वो काम, काम क्या हो,
न मेरा हो, न तेरा हो इस शहर में कोई,
तो फिर ये मुल्क बेकार में बदनाम क्या हो,
अगर शबनम ही मिले इश्क़ में सबको,
तो ये आग बेवफ़ा बेकार ही सरेआम क्यों हो।
हर किसी को न हो तेरा इश्क़ नसीब कभी,
मगर मुझ तक पहुँचे तो मोहब्बत नाक़ाम क्यों हो।
सिर्फ गिरी से नहीं सुपिश, त…[Read more] -
vikaskumargiri posted an update 5 years, 1 month ago
दिल की बस यही तमन्ना थी,अब लब पर
आ ही गई है,
होठ कुछ कहे या न कहे इशारे सब कुछ
समझा ही गई है,तुमने कहा था की सिर्फ ये दोस्त है मेरा
समंदर अब तो साहिल से टकरा ही गई हैमैं वादे पे कायम हूँ, तुझे वादों पे कायम रहना था
कहाँ गई वो कसमे जिसमें संग जीना और मरना थातुम ये मत कहो कि अभी भी मै जान हूँ तेरी
तेरी बेवफ़ाई की खुशबू तुम्हारे इशारे से अब आ ह…[Read more] -
devansh raghav posted an update 5 years, 1 month ago
अगर आज के युग में रावण जिंदा होता,
देख कलयुग की सच्चाई वो शर्मिंदा होता।
वो शर्मिंदा होता, रोता, करता खूब लड़ाई,
इतनी दहशत, पाप, बुराई मैंने नहीं फैलाई।
मैंने नहीं फैलाई कि अब तो हालत पस्त है,
दुनियाँ मैं, मेरा, तेरा, अपनी धुन में मस्त है।।पर नारी का हरण किया था, मृत्यु राम से पाई थी।
मैं तो केवल अहंकारी था, और ना कोई बुराई थी।।
नीति…[Read more] -
Cherry Panwala posted an update 5 years, 2 months ago
Drifting in the darkness of the sky… Neither the star nor the cloud is passing by… Wish someone could sooth my restless eyes.. staying awake in all loneliness just days and nights passing by
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vikaskumargiri posted an update 5 years, 3 months ago
दुनिया में होते हैं ये सबसे महान
जिसकी करते है सभी गुणगान
‘गुरु विश्वामित्र, बशिष्ठ, अत्रि’
जिसको पूजते स्वयं भगवानजैसे सूरज आकर करता है अंधकार को दूर
उसी तरह ये भी हर किसी के जिंदगी में आकर
ज्ञान की प्रकाश को फैलाते भरपूरइनमे कोई नहीं होती है लालसा
ये बस इतना चाहे की शिष्य मेरा हो सबसे अच्छा
अधर्म,अनीति और गलत कर्मों से रहे हमेशा दूर
जीवन के…[Read more] -
Cherry Panwala posted an update 5 years, 4 months ago
Kahi dur dur tak Darya Nazar ata he
Mere aasuon Ko chhupane ka zarya Nazar ata he
Ek Baar Dil a daastan samaj le esa na koi chehra Nazar ata he -
Cherry Panwala posted an update 5 years, 5 months ago
Kabhi Zindagi ki raah pe chalte chalte kuch thakaan si Lage
Kabhi Dil ki baat Hume kuch sach si Lage
Tab
Kabhi kisi mod Ruk k thodi der beth Lena
Pal do pal soch Lena
Kya yahi wo raah he
Jispe chalne Ko nikle the hum gharse
Kya yahi wo saathi he
Jise Humsafar kehte rahe hum
Jaane chalte chalte kb raahe juda ho gayi
Na hum Zindagi k rahe
Na…[Read more] -
Cherry Panwala posted an update 5 years, 5 months ago
Ek Sami saanj Ni Atari a
Taara hath ma maaro haath mukine
Dur dhadta Suraj Ni lalima nihaadta
Shant gharni balcony ma betha
Ek bija ni najaro Ni huf ma
Hu nihaadu aa masruf Jagat ne
Ane taari aangdiyo ma guchwaayela mara haath ne
Bus mj raakhi law hu antim swaash maaro
Aj Samna aa aakho ma wasawine jow chhu waat taari -
Cherry Panwala posted an update 5 years, 5 months ago
Zindagi ki raah se guzarte guzarte
Anjaani raaho pe chalte chalte
Jaane kis makaam pe aa pahoche he
Na Manzil he koi
Na Humsafar
Har kisi tak pahochne k liye karte rahe hum Safar
Na jaane kaha milega wo dar
Jahaa bus thak rakh sakenge hum sar
Or
Koi aake keh dega
Bus
Ye tha tera aakhri safar -
Cherry Panwala posted an update 5 years, 5 months ago
Kuch panno k bich ulajh k reh gayi zindagi humari
Na me padh paaye hum pure panne
Na chhod paaye hum adhure lamhe
bus
Zindagi bitti gayi
Panne badhte gaye
Hum padhte gaye
Panno bahar ki duniya bhulte gaye
Na unhone yaad dilaya
Na hum dhundh paaye
Bus
Kuch panno k bich ulajh k reh gayi zindagi humari
Kuch adhure lamho k bich kho gayi zindagi humari -
Sachin Brahmvanshi posted an update 5 years, 6 months ago
तेरे इश्क़ की सलाखों में कैद हुआ परिंदा हूँ मैं!
न रही कोई मुनासिब वजह जीने को,
तुझसे मोहब्बत की आस लिए ही ज़िंदा हूँ मैं!! -
Gaurav Mathur posted an update 5 years, 6 months ago
एक ग़ज़ल लिखी है तेरी तस्वीर को देखकर,
एक ग़ज़ल लिखी है तेरी आंखों को देख कर,
जिस में छुपा है बस प्यार बस प्यार,
एक ग़ज़ल लिखी है तेरी आंखों को देख कर!
बस दिल से लिखता रहा तुझे सोचते बस तुझे सोचते,
की शाम भी अब डर गई तेरे पहलू में सिमट गई,
की चांदनी भी अब तेरे हुस्न से पिघल गई,
यह अल्फाज़ मेरे नहीं यह गीत मेरा नहीं,
बस तुम में जो देखा ल…[Read more] -
Shweta Pandey posted an update 5 years, 6 months ago
कितनी कठोर यातना है
मनुज तेरी जीवन यात्रा
आधे अधूरे ख्वाब
उन्हें पूरा करना,कभी समेटना
कभी खुद को हिम्मत देना
कभी खुद ही टूट जाना
पीड़ा की अंतिम अवधि तक
एक अवशेष बन जाना
स्वप्न की राह में प्रतीक्षारत
नैनों का शिला हो जाना
मुकाम पर पहुँचकर क्षीण हो जाना
रुकने की राह निर्धारित ही नहीं
उदित होना और अस्त हो जाना -
Cherry Panwala posted an update 5 years, 7 months ago
Zindagi k karwa me log
Milte hai
Bichhad jaate hain
Na rakhna umid kisise itni
Ae Dil
Wakt rehte Apne bhi mukar jaate hain
Oro se kya umid karni jaha
Andhera hote hi
Apne saaye bhi chhod jaate hain -
Sukhbir Singh Alagh posted an update 5 years, 7 months ago
ज़रा नफरत की ये दीवार,
हटा कर तो देखो,
सारी दुनियाँ में तुम्हें,
ख़ुदा नजर आएगा !!अपनी जाति का अभिमान,
भुला कर तो देखो,
सारी कायनात से तुम्हें,
प्यार हो जाएगा !!ज़रा धर्म के कुछ,
तुम अर्थ तो सीखो,
इंसान बनकर कैसे जीना,
तभी समझ आएगा !!कोई भी धर्म हमे,
नफरत नहीं सिखाता
“सुखबीर” तू ये बात
कब समझ पाएगा !! -
कुलदीप पाण्डेय आजाद posted an update 5 years, 7 months ago
मंजिल मिलेगी क्यों नहीं |
सिर हार हो या जीत हो,
कोई नहीं भयभीत हो |
कर्तव्य पथ पर हम बढ़ें ,
संघर्ष यदि कम हो नहीं |
मंजिल मिलेगी क्यों नहीं ||
जब लक्ष्य पर ही हो नजर ,
अविरत बढ़ें अपनी डगर |
जीवन समर हर जीत लें ,
विश्वास यदि कम हो नहीं |
मंजिल मिलेगी क्यों नहीं ||
अविराम पथ पर बढ़ रहे ,
अवरोध विचलित कर रहे |
तूफान आते देख कर ,
भयभीत यदि हम हों न…[Read more] -
कुलदीप पाण्डेय आजाद posted an update 5 years, 7 months ago
हरपल बदल रहा इंसान।
नहीं किसी का मन निर्मल है,
नहीं रहा कोई अरमान।
बदल रही वसुधा भी अपनी,
हरपल बदल रहा इंसान।।
बोले बिना बताती स्थित,
है दे रही हमें सन्देश।
खग रहते हैं जब वृक्ष हरा,
सूखा वृक्ष उड़े परदेश।
पथ पर चलना आवश्यक है,
रखना पर तुम इतना ध्यान।
बदल रही वसुधा भी अपनी,
हरपल बदल रहा इंसान।
सोंच नहीं थिर आज किसीकी,
ना जीवन का इक आधार।
कोई नहीं…[Read more] -
Gaurav Mathur posted an update 5 years, 7 months ago
उसने पूछा मैं कौन ,हूं,
तुम कौन हो,
मैंने बोला तुम
तुम सुर तुम संगीत हो,
तुम सूरत से निकली पहली किरण हो!
तुम कोयल की कू हो तुम संगीत का ताज हो,
तुम चांद की चांदनी हो तुम तारों की बारात हो,
तुम मेरे दिल की धड़कन हो,
तुम गुलाब की खुशबू हो,
तुम कोहिनूर सा ताज हो,
तुम मेरे लिए जीने की वजह हो तुम मेरे दिल की धड़कन हो¡
तुम खुदा की मूरत हो तुम कम ना…[Read more] -
vikaskumargiri posted an update 5 years, 7 months ago
लालटेन की रोशनी में पढ़ के मैंने I.A.S
बनते देखा है,
बिजली की चकाचौंध में मैंने बच्चे
को बिगड़ते देखा है,
जिनमे होती है हिम्मत उनको कुछ
कर गुजरते देखा है,
जिनको होती है दिक्कत उनको हालात
बदलते देखा है,
फूक-फूक के रखना कदम मेरे दोस्तो,
छिपकली से भी जयादा मैंने इंसानो को
रंग बदलते देखा है,
बहुत ईमानदारी से पढ़ के तैयारी करते हैं,
मेरे देश क…[Read more] -
Sachin Brahmvanshi posted an update 5 years, 8 months ago
संग गुज़री यादों को अब भुलाया नहीं जाता !
दिल में जगे जज़्बातों को अब सुलाया नहीं जाता !!झेल लिए ढेरो सितम उसके हर घड़ी,हर डगर,
मगर मासूम-सी उसकी सूरत देख बेवफ़ा उसे बुलाया नहीं जाता !
जी करता कि ग़मों से भर दूँ झोली उसकी मैं,
जबकि जो सच कहूँ तो पलभर भी उसे अब रुलाया नहीं जाता !!की हैं लाख नाकाम कोशिशें उससे दूरियाँ बनाने की…[Read more]
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