शायरी ना कुछ पाने का लालच, ना कुछ खोने का डर था !! सुकून वाले रात दिन वाला, हमारे बचपन का सफ़र था !! ना झूठ का बोलबाला था, ना ही फ़रेब का ज़माना था !! सबसे मिलते थे हँसकर हम, रूठने का ना कोई बहाना था !! … पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे! Read More » मई 10, 2020 9:01 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शायरी राहें बहुत कठिन मिलेंगी देख उन्हें घबराना मत। मंज़िल को पाने से पहले देखो तुम रुक जाना मत। अपना सपना ज़िंदा रखना सपने से ध्यान हटाना मत। … पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे! Read More » मई 10, 2020 8:16 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं
शायरी अँधियारे में उंगली पकड़ कर हमेशा रज़ा देती है, माथे पर विन्रम स्पर्श से सारे ज़ख्म सुखा देती है !! नहीं करी कोई हाई स्कूल, स्नातक की पढ़ाई पर, मेरी माँ अच्छे से मुझको दुनियादारी सिखा देती है !! Read More » मई 10, 2020 3:15 अपराह्न कोई टिप्पणी नहीं