घड़ियाँ तो खरीद लोगे,
वक़्त कहाँ से लाओगे?
रोशनी तो बना ली हैं,
क्या धूप बना पाओगे?
किताबों की मंडी लगी हैं,
अक्ल कहाँ से लाओगे?
पंखे,कूलर तो बना लिए,
क्या हवा बना पाओगे?
…
पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे!
सिनेमा ने बेहतरीन अदाकार खोया हैं,
रंगमंच का दुलारा कलाकार खोया हैं !!
बड़ी आँखों से बहुत कुछ कह देने वाला,
हिन्दुस्तान ने अजीज़ इरफान खोया है !!
…
पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे!
परिंदे साफ आसमां देख रहे हैं,
हरी भरी डालियों पर चहक रहे हैं !!
प्रकृति के बच्चों का सम्मान हुआ हैं,
देश में मेरे लॉकडाउन हुआ हैं !!
…
पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे!
रिश्तें ज्यादा याद नहीं रहते लोगों को,
अपनों को भूल जाने का दौर देखा हैं !!
मदद करती तो हैं ये दुनिया लेकिन,
एहसान जताने का यहाँ शोर देखा हैं !!
—
पूरी शायरी पढ़ने के लिए क्लिक करे!